Haryana Education News : अब 10वीं पास करने के बाद आईटीआई करने वाले युवाओं को कक्षा 12वीं पास मानी जाएगी, और ये आईटीआई करने वाले छात्र सीधा कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं। और दसवीं के बाद यदि विद्यार्थी दो साल का कोर्स करता है तो 12वीं की हिंदी या अंग्रेजी भाषा में से कोई एक भाषा उत्तीर्ण करने के बाद बोर्ड द्वारा संचालित 12वीं परीक्षा के समकक्ष मान्यता होगी। हरियाणा के मंत्री विपुल गोयल के अनुसार आईटीआई पास करने वाले छात्रों को अब 10वीं व 12वीं कक्षा के बराबर मान्यता दिए जाने की परमिशन दे दी गई है। आईटीआई के कोर्स करने के साथ साथ उन्हें 10वीं व 12वीं कक्षा का भी सर्टिफिकेट मिल जायेगा। इससे जो विद्यार्थियों आईटीआई कर लेंगे उनको अब अलग से 10वीं व 12वीं कक्षा की पढ़ाई करना जरुरी नहीं है ।’
इसी तरह से कक्षा दसवीं के एक साल कोर्स के आधार पर विभाग द्वारा एक साल के अप्रेंटिस प्रमाण पत्र को शामिल करते हुए 12वी की हिंदी या अंग्रेजी भाषा में कोई एक भाषा उत्तीर्ण करने के बाद बोर्ड द्वारा संचालित 12वीं कक्षा की परीक्षा के समान मान्यता दी जाएगी। जबकि कक्षा आठवीं के आधार पर दाखिले के बाद जिन कोर्स की समय अवधि दो साल की है। ऐसे कोर्स में 10वीं का सर्टिफिकेट तभी मिलेगा जब विद्यार्थी हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं की परीक्षा पास होगी।
विद्यार्थियों के लिए ये अच्छा मौका है। विद्यार्थी आईटीआई कोर्स के साथ जहां कक्षा दसवीं व बारहवीं होगी। इसके साथ ही विद्यार्थियों का आईटीआई व कौशल विकास की ओर रुझान बढ़ेगा।महिला आईटीआई में शुरू होंगे दो अल्पावधि कोर्स
राजकीय महिला आईटीआई में छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दो अल्पावधि कोर्स शुरू किए जाएंगे। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान महिला के प्रधानाचार्य गुलजार विर्क ने बताया कि दो अल्प अवधि कोर्स शुरू किए जा रहे, इसमें पहला सेल्फ इंप्लायमेंट टेलर और असिस्टेंट हेयर ड्रेसर स्टायलिस्ट शामिल है। जिसमें 20 छात्राओं को दाखिला मिलेगा। ये दोनों कोर्स का समय तीन से चार माह रहेगा। इसका डिप्लोमा या प्रमाण पत्र सभी जगह मान्य होगा।
हरियाणा विद्यालय बोर्ड के सामने कुछ शर्ते
दसवीं के बाद यदि विद्यार्थी दो साल का कोर्स करता है तो 12वीं की हिंदी या अंग्रेजी भाषा में से कोई एक भाषा उत्तीर्ण करने के बाद बोर्ड द्वारा संचालित 12वीं परीक्षा के समकक्ष मान्यता होगी।
इसी तरह से कक्षा दसवीं के एक साल कोर्स के आधार पर विभाग द्वारा एक साल के अप्रेंटिस प्रमाण पत्र को शामिल करते हुए 12वी की हिंदी या अंग्रेजी भाषा में कोई एक भाषा उत्तीर्ण करने के बाद बोर्ड द्वारा संचालित 12वीं कक्षा की परीक्षा के समान मान्यता दी जाएगी।
जबकि कक्षा आठवीं के आधार पर दाखिले के बाद जिन कोर्स की समय अवधि दो साल की है। ऐसे कोर्स में 10वीं का सर्टिफिकेट तभी मिलेगा जब विद्यार्थी हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं की परीक्षा पास होगी।
हरियाणा विद्यालय बोर्ड के सामने कुछ शर्ते
दसवीं के बाद यदि विद्यार्थी दो साल का कोर्स करता है तो 12वीं की हिंदी या अंग्रेजी भाषा में से कोई एक भाषा उत्तीर्ण करने के बाद बोर्ड द्वारा संचालित 12वीं परीक्षा के समकक्ष मान्यता होगी।
इसी तरह से कक्षा दसवीं के एक साल कोर्स के आधार पर विभाग द्वारा एक साल के अप्रेंटिस प्रमाण पत्र को शामिल करते हुए 12वी की हिंदी या अंग्रेजी भाषा में कोई एक भाषा उत्तीर्ण करने के बाद बोर्ड द्वारा संचालित 12वीं कक्षा की परीक्षा के समान मान्यता दी जाएगी।
जबकि कक्षा आठवीं के आधार पर दाखिले के बाद जिन कोर्स की समय अवधि दो साल की है। ऐसे कोर्स में 10वीं का सर्टिफिकेट तभी मिलेगा जब विद्यार्थी हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं की परीक्षा पास होगी।